गुड फ्राइडे 2025: क्या सेंसेक्स और निफ्टी आज शेयर बाजार में बंद रहेंगे?

भारतीय शेयर बाजार में इस हफ्ते निवेशकों के लिए काफी कम समय रहा। बाजार केवल तीन दिन - 15 अप्रैल से 17 अप्रैल तक - खुले। 14 अप्रैल को डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जयंती के कारण बाजार बंद था, और अब 18 अप्रैल को गुड फ्राइडे के अवसर पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में कोई ट्रेडिंग नहीं होगी। इस लंबे वीकेंड में निवेशकों को अपनी अगली रणनीति बनाने का मौका मिलेगा।

आज बाजार पूरी तरह बंद

गुड फ्राइडे के कारण आज बीएसई और एनएसई के सभी सेगमेंट्स - इक्विटी, डेरिवेटिव्स, करेंसी, कमोडिटी, और डेट - में ट्रेडिंग बंद रहेगी। इसके अलावा, फंड्स या सिक्योरिटीज का सेटलमेंट भी आज नहीं होगा। यह अवकाश बीएसई और एनएसई द्वारा साल की शुरुआत में घोषित आधिकारिक ट्रेडिंग अवकाश सूची का हिस्सा है।

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स), जो भारत में कमोडिटी ट्रेडिंग को संभालता है, भी आज पूरी तरह बंद रहेगा। इसकी सुबह और शाम की दोनों ट्रेडिंग सत्र रद्द कर दिए गए हैं।

अप्रैल में तीन ट्रेडिंग अवकाश

इस हफ्ते बाजार के लिए पहले से ही छोटा रहा, क्योंकि 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती के कारण अवकाश था। इसके अलावा, पिछले हफ्ते 10 अप्रैल को महावीर जयंती के कारण भी बाजार बंद था। इस तरह, अप्रैल 2025 में कुल तीन ट्रेडिंग अवकाश रहे हैं।

अप्रैल के बाद अगला अवकाश 1 मई 2025 को महाराष्ट्र दिवस के लिए होगा। इसके बाद, 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और 27 अगस्त को गणेश चतुर्थी के लिए बाजार बंद रहेंगे।

वर्ष 2025 में सबसे ज्यादा अवकाश अक्टूबर में होंगे, जिसमें तीन अवकाश शामिल हैं:

  • 2 अक्टूबर: गांधी जयंती/दशहरा

  • 21 अक्टूबर: दिवाली (लक्ष्मी पूजन, जिसमें मुहूर्त ट्रेडिंग होगी)

  • 22 अक्टूबर: दिवाली बलिप्रतिपदा

पिछले हफ्ते का प्रदर्शन

गुरुवार, 17 अप्रैल को बाजार में शानदार तेजी देखी गई। सेंसेक्स ने 1,500 अंकों से ज्यादा की छलांग लगाई, जबकि निफ्टी भी मजबूत लाभ के साथ बंद हुआ। यह तेजी अमेरिका द्वारा स्मार्टफोन्स और कंप्यूटर्स जैसे उत्पादों पर पारस्परिक टैरिफ में 90 दिन की छूट देने और कुछ छूट की घोषणा के बाद आई।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड, विनोद नायर के अनुसार, “विदेशी निवेशकों का निरंतर प्रवाह और सामान्य से बेहतर मानसून की भविष्यवाणी ने भारत को अन्य उभरते बाजारों से बेहतर प्रदर्शन करने में मदद की।” विशेष रूप से बैंकिंग शेयरों ने इस रैली में अहम भूमिका निभाई। नायर ने बताया कि प्रमुख बैंकों में डिपॉजिट रेट्स कम होने से बैंक निफ्टी में तेज उछाल आया, जिससे उनकी प्रॉफिट मार्जिन में सुधार की उम्मीद है।

नायर ने यह भी कहा कि भारत अमेरिका के टैरिफ घोषणाओं से हुए नुकसान से उबरने वाला पहला प्रमुख बाजार बन गया है। अमेरिका-चीन व्यापार तनाव से भारत को फायदा होने की धारणा ने निवेशकों का हौसला बढ़ाया है।

अगले हफ्ते क्या उम्मीद करें?

नायर के अनुसार, घरेलू मैक्रोइकॉनॉमिक माहौल मजबूत बना हुआ है। तेल की कीमतों में कमी और मानसून की अच्छी भविष्यवाणी के कारण मुद्रास्फीति नियंत्रण में है। यह निवेशकों को लंबी अवधि के लिए जोखिम भरे एसेट्स में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।

हालांकि, कुछ चुनौतियां भी हैं। नायर ने चेतावनी दी कि FY25 की आखिरी तिमाही (जनवरी-मार्च 2025) के कॉरपोरेट नतीजे कमजोर हो सकते हैं, क्योंकि मांग में कमी और कंपनियों के मार्जिन पर दबाव है।

निवेशकों को निर्यात से जुड़े शेयरों में सावधानी बरतनी चाहिए। इसके बजाय, वे उन सेक्टर्स पर ध्यान दें जो भारत की घरेलू अर्थव्यवस्था पर निर्भर हैं, जैसे:

  • बैंकिंग

  • उपभोक्ता सामान (FMCG)

  • हेल्थकेयर

  • परिवहन

  • इन्फ्रास्ट्रक्चर

अगले हफ्ते बाजार की दिशा काफी हद तक कंपनियों के नतीजों और उनके प्रबंधन की टिप्पणियों पर निर्भर करेगी। निवेशकों को कंपनी-विशिष्ट खबरों और Q4 FY25 के आय परिणामों पर नजर रखनी चाहिए।

निष्कर्ष

गुड फ्राइडे के कारण 18 अप्रैल को बाजार बंद रहने से निवेशकों को अपनी रणनीति पर विचार करने का समय मिलेगा। अप्रैल के सभी अवकाश अब खत्म हो चुके हैं, और अगला अवकाश 1 मई को होगा। बाजार में हाल की तेजी और मजबूत घरेलू आर्थिक माहौल निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत हैं, लेकिन सतर्कता के साथ निवेश करना जरूरी है।

डिस्क्लेमर: इस लेख में व्यक्त विचार, राय, सिफारिशें और सुझाव विशेषज्ञों/ब्रोकरेज के हैं और इनका इंडिया टुडे ग्रुप के विचारों से कोई लेना-देना नहीं है। निवेश या ट्रेडिंग से पहले किसी योग्य ब्रोकर या वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना उचित है।

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